बच्चों को स्कूल बच्चों को बिना रुलाए स्कूल भेजने के 7 सबसे आ​सान तरीक़े​ 2024 Hello Parents!कुछ बच्चे जब स्कूल जाना शुरू करते हैं, तो वे बहुत रोते हैं या तरह-तरह के स्कूल न जाने के बहाने करते हैं. अब आपको बिल्कुल परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. Maonduty के इस लेख में हम आपको बच्चों को बिना रुलाए स्कूल भेजने के 7 सबसे आसान तरीक़े बताएँगे.  बच्चों को स्कूल भेजने की सही उम्र क्या है? सही स्कूल का चुनाव कैसे करे ? बच्चे स्कूल जाने से क्यों डरते हैं? हम आपको इसके सारे कारण बताएँगे. बच्चों को स्कूल कैसे भेजे और स्कूल भेजने की तैयारी कैसे करे, सब कुछ डिटेल में समझाएँगे. (How to prepare your child for school in Hindi) अंत में एक Bonus Tip भी आपको देंगे. आप बहुत ही आराम से ख़ुशी-ख़ुशी अपने बच्चे को स्कूल भेज पाएँगे.  Bachcho ko school kaise bheje in Hindi भी पूरी तरह से जान पाएँगे. आप आख़िर तक हमारे साथ बने रहिए.

Table of Contents

छोटे बच्चों को स्कूल कैसे भेजे | बच्चों को स्कूल भेजने के उपाए

नमस्कार! मैं हूँ विभा शर्मा मैं यहाँ आपको बताने वाली हूँ कि मैंने अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए क्या-क्या तैयारी की, जिससे मेरे बच्चे ख़ुशी – ख़ुशी स्कूल जा सके. माँ को बच्चे को पालने मे और बढ़ा करने में बहुत सारे धैर्य की जरुरत होती है, आपको उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ता है. आप जल्दी से कुछ भी नहीं कर सकते. यूँ समझिये जैसे बीज बोने से लेकर पेड़ बनने तक हम बीज़ को पानी देते हैं, धूप दिखाते हैं,खाद डालते हैं. तब जाकर सालों में एक  बड़ा वृक्ष तैयार होता है, इसी तरह बच्चे को माता-पिता के बहुत सारे प्यार और सहारे की ज़रूरत होती है.

प्ले स्कूल भेजने की सही उम्र (Right age for school)

जब बच्चा बोलना शुरू कर दे, खाने  की,पीने की, टायलेट जाने की ज़रूरतों को बताने लगे. यह सबसे सही उम्र है स्कूल भेजने की. बच्चे को स्कूल भेजने की सही उम्र 2.5  वर्ष है.  वे सारी ऐक्टिविटीज़  जो स्कूल में करायी जाती है, उसे करने लायक़ हो जाते हैं.

प्ले स्कूल का चुनाव (Selection of school)

बच्चे का प्ले स्कूल आपके घर के आस पास होना चाहिए जिससे बच्चे को आने जाने में थकान न हो.एक क्लास में बच्चों की संख्या 20-25 से ज़्यादा न हो,जिससे टीचर हर बच्चे पर पूरा ध्यान दे पाए.सारी टीचर फ़्रेण्डली हों. स्कूल में होने वाली ऐक्टिविटीज़ के बारे में जानकारी लें.आप अपने आसपास रहने वाली माँओं से स्कूल के बारे में पूछताछ करें।सारी जानकारी लेने के बाद ही प्ले स्कूल का चुनाव करें.

प्ले स्कूल भेजने के फ़ायदे (Benefits of sending school)

नर्सरी स्कूल  भेजने से पहले, बच्चे को प्ले स्कूल भेजना आवश्यक होता है. बच्चा पहली बार आपसे  अलग रहना सीखता है. अन्य बच्चों से घुलना-मिलना सीख जाता है. अपने सारे काम खुद करना सीख जाता है. प्ले स्कूल में बच्चा कलर करना, पेन्सल से लिखना, बच्चों के साथ खेलना, शेयरिंग करना इत्यादि सीखता है. जिससे उसके हाथ-पैर मज़बूत हो जाते हैं और वह अधिक चीज़ें सीखने के लिए तैयार हो जाता है. बच्चे का अच्छी प्रकार से बौद्धिक व शारीरिक विकास होने लगता है.

बच्चे स्कूल जाने से क्यों डरते हैं (School phobia)

बच्चे पहली बार घर के वातावरण से एक अनुशासित वातावरण में जा रहे होते हैं. उन्हें आपसे दूर जाने का डर सताता है. कुछ माएँ खुद डरी होती हैं या बच्चे को स्कूल के नाम से डराती हैं. बच्चे टीचर से या अन्य बच्चों से डरने लगते हैं और स्कूल के नाम से ही रोने लगते हैं।उन्हें सब अजनबी लगते हैं. मुझे याद है कि मेरे बेटे के साथ एक लड़का पढ़ता था और  वह क्लास1 तक भी रोते – रोते स्कूल जाता था. उसे स्कूल फोबिया था. उसकी माँ बहुत परेशानी रहती थीं.

बच्चों को (बिना रुलाए) स्कूल भेजने के तरीके

बच्चों को स्कूल

बच्चों को (बिना रुलाए) स्कूल भेजने के तरीके

अब मैं आपको यहाँ 2022 में बच्चों को स्कूल ( बिना रुलाए ) भेजने के 7 सबसे आसान तरीक़े(How to prepare your child for school in Hindi) बताने जा रही हूँ. आप मेरे साथ अंत तक बने रहिए. आगे आपको बहुत सारी important  जानकरियाँ मिलने वाली हैं. आगे आज़माए हुए तरीक़ों से आप बच्चे को खेल खेल में ही स्कूल भेज देंगी.

खुद उत्साहित रहें (Be excited)

आपका बच्चे को प्ले स्कूल भेजने का निर्णय एकदम सही है. आप बिल्कुल न घबराएँ.आप बच्चे को नर्सरी स्कूल के लिए तैयार करने जा रही हैं. जैसे आप त्योहार की, जन्मदिन की तैयारी करतीं हैं, ऐसे ही आप बच्चे की स्कूल जाने की तैयारी करें. कहें,” अरे, मेरी बेटी तो अब स्कूल जाने  वाली है, बहुत मज़ा आता है, वहाँ पर.” बच्चा भी स्कूल जाने के लिए उतावला हो जाएगा. रोज़ स्कूल के बारे में अच्छी-अच्छी बातें करें.

बच्चे की स्कूल की चीज़ों की ख़रीदारी करें (Purchasing of school goods)

बच्चे को अपने साथ बाज़ार ले जाकर, उसके  मनपसंद की बोतल, स्कूल बैग व लंच बाक़्स, कपड़े,जूते आदि दिलायें. बच्चे का सुंदर सा  नैप्किन बनाएँ,उस पर उसका नाम ऐंबरोईड्री करें या पैंट से लिख दें. बच्चा स्कूल जाने के लिए एक एक दिन गिनेगा.

प्ले स्कूल का टूर( School tour)

बच्चे को प्ले स्कूल घुमा कर लायें,टीचर से, आया से मिलवाएँ, वहाँ लगे झूलों पर झुलाएँ. बच्चे से कहें,” कितना प्यारा स्कूल है, तुम्हारा?” बच्चे को भी स्कूल अच्छा लगने लगेगा.वह स्कूल ख़ुशी से जाएगा.

बच्चे का रूटीन बनाएँ (Set child’s routine)

प्ले स्कूल जाने से पंद्रह दिन पहले ही उसका रूटीन बनाना शुरू करें. बच्चे को कम से कम नौ घंटे सुलाएँ और स्कूल जाने के निर्धारित समय से 1-1:30 घंटे पहले उठाए. उसे बड़ी सहजता से तैयार करें. वह धीरे-धीरे  नई रूटीन में ढलने लगेगा.जब निश्चित दिन स्कूल जाएगा तो उसे ज़रा भी चिड़चिड़ापन महसूस नहीं होगा.

बच्चे को स्कूल के बारे में जानकारी दें (Inform children about the school)

बच्चे को बताएँ कि वहाँ आपके बहुत सारे दोस्त बनेंगे उनके साथ आप खाना खाओगे,खेलोगे,नई नई ऐक्टिविटी करोगे. स्कूल  में एक टीचर होती है,जो माँ की तरह आपका ध्यान रखेंगी. आप टीचर से कुछ भी पूँछ सकते हो. बच्चा स्कूल के वातावरण से फ़ेमिलीयर हो जाएगा.

स्कूल के बच्चों को घर पर बुलाएँ (Invite school’s other children at home)

स्कूल के बच्चों को घर पर बुलाएँ और अपने  बच्चे को उनके साथ घुलने मिलने दे. वे आपस में खेलेंगे और सहज हो जाएँगे,जिससे आपके बच्चे को स्कूल में एदजस्ट होने में बिल्कुल भी परेशानी नहीं होगी.

विशेष (Bonus Tip)

अगर बड़ी क्लास का बच्चा स्कूल जाने में आनकानी करे तो आप  बहुत प्यार से बच्चे से बात करें.  उसकी समस्या समझने की कोशिश करें, देखे, उसे टीचर से परेशानी है या कोई बच्चा उसे तंग कर रहा है या कोई विषय उसे समझ नहीं आ रहा है.स्कूल में टीचर से जाकर मिले व टीचर को समस्या के बारे में बताएँ. टीचर आपकी ज़रूर मदद करेंगे. अगर किसी विषय में समस्या है, तो कोई ट्यूटर लगाएँ या खुद पढ़ाएँ. बच्चे की समस्या का हल ढूँढे और स्कूल जाने के लिए प्रेरित करें.

Conclusion

हमने अपने इस लेख में आपको बताया है कि बच्चों को स्कूल कैसे भेजे, बच्चों को स्कूल भेजने की सही उम्र क्या है? बच्चे स्कूल जाने से क्यों डरते हैं, इसके क्या कारण है? स्कूल का चुनाव करते हुए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? बच्चों को स्कूल भेजने के 7 सबसे आसान तरीक़े हमने आपको डिटेल में बताए हैं. आप इन तरीक़ों को अपनाएँगे तो आपके बच्चे ख़ुशी-ख़ुशी स्कूल चले जाएँगे. 

by Vibha Sharma Child Development expert 20th June2022


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q1. बच्चों को स्कूल जाने के लिए कैसे तैयार करे ?

Ans. बच्चों को आस-पास के स्कूल जाते हुए बच्चे दिखाएं. बच्चों को स्कूल का टूर कराएँ. वहाँ के प्ले ग्राउंड में ले जाएँ, झूला झुलाएँ. ये सब देखकर बच्चे बड़े आराम से स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाएँगे. 

Q2. स्कूल जाने से हमें क्या-क्या लाभ होता है?

Ans. स्कूल जाने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है. बच्चे तरह-तरह की ऐक्टिविटी सीखते है. बच्चों के साथ सोशल बिहेव्यर सीखते है, अनुशासन में रहना और टीम-वर्क करना भी सीखते है. हर विषय की प्रारम्भिक जानकारी लेते हैं. 

Q3. बच्चों को पढ़ाने के लिए उनके माता-पिता क्या करे?

Ans. शुरू से ही बच्चे के क्लास-वर्क और होम-वर्क में रुचि दिखाएं. उनकी तारीफ़ करे. बच्चे का होम-वर्क साथ बैठकर कराएँ. कोई चीज़ समझ न आने पर बहुत प्यार से सिखाएँ.      


Vibha Sharma

Hi, मैं Vibha Sharma हूँ. मैं एक Child Development Expert और Mom Influencer हूँ. मैं Maonduty की Founder हूँ. मैं तीन बच्चों की माँ हूँ. मेरी बड़ी बेटी Mechanical Engineer है, छोटी बेटी Lawyer है और बेटा Reputed College से Law कर रहा है. मेरे बच्चे हमेशा Scholar रहे. उन्होंने बहुत सारे इनाम जीते Debates, Essay writing, sports, arts, story telling, fancy dress and Theatre etc मैं यहाँ आपको Parenting के पर्सनल अनुभव share कर रही हूँ. मेरा mission 100000000+Parents की parenting journey को Happy and Easy बनाना है 🙏😊❤️ आप मुझे Instagram पर भी follow कर सकते है. मैं वहाँ Calm Parenting tips देती हूँ.😊💐

3 Comments

  • Shalabh · June 22, 2022 at 11:35 am

    Excellent article. Very useful tips.

    Shalabh · June 22, 2022 at 11:35 am

    Excellent article, very useful tips.

    [email protected] · June 22, 2022 at 2:10 pm

    Thank you, I am glad you liked it.

    Leave a Reply

    Avatar placeholder

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    अपनी बेटी को ज़रूर सिखाएं ये सेल्फ़ डिफ़ेंस की 5 बातें : Safety Rules For Daughter बच्चों से ये 3 बातें कभी न बोलें नहीं तो बच्चों का Confidence बहुत कम हो जाएगा 5 Steps – ज़िद्दी बच्चों के Tantrum को कैसे Handle करें?